बजट और वित्त प्रभाग








बजट: बजट विभाग एक ओर गृह मंत्रालय के साथ समन्वय में बजट से संबंधित मामलों का प्रबंधन करता है और दूसरी ओर भारत के महारजिस्ट्रार के कार्यालय के भीतर विभिन्न प्रभागों एवं जनगणना कार्य निदेशालयों (डीसीओं) का प्रबंधन करता है। बजट अनुमान (बीई) और संशोधित अनुमान (आरई) हेतु भारत के महारजिस्ट्रार के कार्यालय के विभिन्न प्रभागों के समन्वय से अनुदान 49 और 30 के तहत गृह मंत्रालय से बजट डिमांड्स तैयार करना, कार्यालय के किसी भी प्रभाग द्वारा किसी भी स्तर पर आवश्यकतानुसार मंत्रालय से पूरक अनुदान की मांग करना, विभिन्न डीसीओं को उनकी आवश्यकता/मांग और उनकी मौजूदा/पिछली व्यय स्थिति के अनुसार निधियों का आबंटन, भारत के महारजिस्ट्रार के कार्यालय और जनगणना कार्य निदेशालयों के ऑडिट पैरों का समन्वय और निगरानी, गृह मंत्रालय और आंतरिक वित्त इकाई को विभिन्न आवधिक रिपोर्टें प्रस्तुत करना, बजट से संबंधित आरटीआई मामलों और शिकायतों का निपटान करना और गृह मंत्रालय या अन्य किसी मंत्रालय जैसे वित्त मंत्रालय और डोनर आदि से प्राप्त बजट संबंधी परिपत्रों एवं निर्देशों को परिचालित करना आदि इस प्रभाग द्वारा की जाने वाली कुछ गतिविधियाँ हैं।

आंतरिक वित्त इकाई: भारत के महारजिस्ट्रार और जनगणना आयुक्त के कार्यालय के "वित्त अनुभाग" के रूप में जानी जाने वाली आंतरिक वित्त इकाई (आईएफयू) को भारत के महारजिस्ट्रार के कार्यालय और देश भर के सभी राज्यों / केंद्र शासित प्रदेशों में स्थित जनगणना कार्य निदेशालयों (डीसीओं) के वित्तीय प्रस्तावों की जांच के लिए बनाया गया है। यह गृह मंत्रालय के यथा निर्धारित नियमों और शर्तों के पूरी तरह से पालन करने के लिए गृह मंत्रालय के वित्त प्रभाग द्वारा नियुक्त आईएफए के साथ कार्य कर रहा है।भारत के महारजिस्ट्रार और जनगणना आयुक्त के कार्यालय के "वित्त अनुभाग" के रूप में जानी जाने वाली आंतरिक वित्त इकाई (आईएफयू) को भारत के महारजिस्ट्रार के कार्यालय और देश भर के सभी राज्यों / केंद्र शासित प्रदेशों में स्थित जनगणना कार्य निदेशालयों (डीसीओं) के वित्तीय प्रस्तावों की जांच के लिए बनाया गया है। यह गृह मंत्रालय के यथा निर्धारित नियमों और शर्तों के पूरी तरह से पालन करने के लिए गृह मंत्रालय के वित्त प्रभाग द्वारा नियुक्त आईएफए के साथ कार्य कर रहा है।